99 % लोग नहीं जानते, भोजन करने का सही तरीका

भोजन करने का सही तरीका

Image-Bhojan-Karne-Ka-Sahi-Tarika

               

      दोस्तों अगर हम भोजन की बात करें तो 99% लोग नहीं जानते भोजन करने का सही तरीका क्या है ?

               बात जब भोजन की हो रही हो और वह स्वास्थ्य से जुड़ी हो तो यह हमारे लिए जानना अति आवश्यक हो जाता है कि भोजन करने का सही तरीका क्या है ।  क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है स्वस्थ मस्तिष्क में ही अच्छे विचार आते हैं इसीलिए कहा जाता है,     ” जैसा होगा अन्य वैसा बनेगा मन”

                भोजन से केवल भूख ही नहीं शांत होती है बल्कि इसका प्रभाव हमारे मन, मन ,धन व मस्तिष्क पर भी पड़ता है। अनैतिक तरीके से कमाए गए पैसे के भोजन से मन में अशांति और क्लेश पैदा होता है और शरीर बीमारियों से ग्रसित होता है। वहीं पर तला भुना व मसालेदार बासी एवं गरिष्ठ भोजन से तामसिक प्रवृत्तिया पैदा होती हैं और मस्तिष्क में काम, क्रोध व तनाव जैसी विकृतियां जन्म लेती हैं इसीलिए भोजन सादा सात्विक खाना चाहिए , आवश्यकता से अधिक या कम सेवन नहीं करना चाहिए वरना तन रोग ग्रसित हो सकता है।

        भोजन से सिर्फ शरीर को ऊर्जा ही नहीं मिलती बल्कि उसके साथ-साथ शरीर की सप्त धातुएं भी बनती हैं जैसे मांस, मज्जा, अस्थि, रक्त, वीर्य ,मेद और मल-मूत्र।

        यदि आप स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं तो आप सही ब्लॉक पेज पर आए हैं कृपया इसे पूरा पढ़ें।

                इसीलिए यह जानना आपके लिए आवश्यक हो जाता है कि भोजन करने का सही तरीका क्या है। तो आगे हम जानेंगे भोजन कब करें, भोजन करने का सही समय कब होता है ,और भोजन कैसे करें ,कौन सा भोजन हमें करना चाहिए ,भोजन करने के बाद क्या करें और भोजन करने के पश्चात किन बातों का परहेज करें तथा भोजन के Contraindication  क्या है।

भोजन कब करें?- (Bhojan Kab Kare)

Image-Bhojan-Kab-Kare

         भोजन कब करें यह जानना अति आवश्यक है हमारे लिए वैसे हमें जब भी भूख लगती है हम भोजन कर लेते हैं परंतु यह सही नहीं है स्वास्थ्य की दृष्टि से इसीलिए भोजन करने का सही तरीका और सही समय जानना अति आवश्यक हो जाता है।

          हमारा शरीर अनमोल है इसीलिए अपने स्वास्थ्य की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है और पहला कर्तव्य भी यही है इसीलिए हमेशा एक निश्चित समय पर ही भोजन करना चाहिए जिससे हमारी शारीरिक क्रियाएं नियत समय से और सुचारू रूप से संपन्न हो सकें।

          हमेशा सुबह जल्दी ब्रह्म मुहूर्त में सो कर उठ जाना चाहिए और सबसे पहला कार्य दो से तीन गिलास गुनगुना पानी अवश्य पीना चाहिए इसके उपरांत ही दैनिक दिनचर्या से निवृत्त होकर ही सुबह का भोजन करना चाहिए।

         सुबह का भोजन भरपेट यानी कंप्लीट भोजन करना चाहिए ना कि नाश्ता या चाय करना चाहिए सुबह का भोजन सूरज निकलने के ढाई से 3 घंटे के अंदर कर लेना चाहिए लगभग 9:00 से 10:00 तक भोजन कर लेना चाहिए क्योंकि सूरज की किरणों की गर्मी जैसे जैसे बढ़ती है वैसे वैसे ही हमारे शरीर में भी जठराग्नि तेज होती है इस समय जो भी खाया जाता है वह कंपलीटली डाइजेस्ट हो जाता है।

        आजकल लोग सुबह सबसे पहले ब्रेकफास्ट यानी हल्का नाश्ता करते हैं वह भी चाय, नमकीन ,ब्रेड, टोस्ट आदि जो कि बहुत ही गलत है स्वास्थ्य की दृष्टि से इसीलिए आज लोग अत्यधिक बीमारियों से ग्रसित होते जा रहे हैं।

        सुबह का नाश्ता या ब्रेकफास्ट आपकी बीमारियों की एक वजह हो सकती है। इसीलिए कोशिश करें सुबह का भोजन भरपेट करें और दोपहर को थोड़ा कम और रात को डिनर बिल्कुल हल्का भोजन करें जो कि सुपाच्य हो।

        दोपहर का भोजन 2:00 से 3:00 के बीच कर लेना चाहिए और रात का भोजन 7:00 से 8:00 के बीच कर लेना चाहिए जो कि हल्का और सुपाच्य होना चाहिए। देर रात को भोजन करने से बचना चाहिए रात्रि का भोजन करने के 2 से 3 घंटे बाद ही सोना चाहिए।

          अक्सर लोग जस्ट इसका उल्टा करते हैं सुबह का भोजन हल्का नाश्ता यानी ब्रेकफास्ट करते हैं और दोपहर को भरपेट कंप्लीट भोजन करते हैं एवं रात्रि को भरपेट डिनर करते हैं और कहते हैं रात्रि को सोना ही तो है।

         यही से बीमारियों की शुरुआत हो जाती है क्योंकि जब दिन में हमें ऊर्जा की अधिक जरूरत थी तब आपने भोजन कम किया और रात को जब ऊर्जा की कम जरूरत थी उस समय आपने अधिक भोजन किया, यहीं से हमारा जैविक चक्र उल्टा चलने लगता है और हम विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं जैसे – मोटापा, शुगर ,कब्ज ,ब्लड प्रेशर ,अपच, गैस बनना और जोड़ों की विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं।

          वास्तव में हमारे शरीर में क्या होता है जब हम रात्रि का भोजन भरपेट कर लेते हैं वह भी लेट नाइट को भोजन करते हैं तो रात्रि को हमारा शरीर और हमारे सभी अंग आराम कर रहे होते हैं जैसे – हाथ, पैर, मस्तिष्क आदि परंतु हमारा पेट भोजन से भरा होने के कारण हमारी आंतो को आराम नहीं मिल पाता है और उसे रात्रि भर काम करना पड़ता है भोजन को डाइजेस्ट करने का परिणाम स्वरूप डाइजेशन क्रिया Slow Process  से होती है और भोजन आंतों में लंबे समय तक रुकता है जिससे सुबह हम जब टॉयलेट जाते हैं तो हमारा पेट कंपलीटली साफ नहीं हो पाता है और फल स्वरुप हमारा पेट में Constipation  यानी कब्ज और गैस बनना शुरू हो जाती है।

        वैसे हमारे जिस अंग को समय-समय पर आराम नहीं मिलता है तो वह एक न एक दिन बीमार हो ही जाता है आराम करने के लिए, इसीलिए आपने ध्यान दिया होगा जब हम बीमार पड़ते हैं तो सबसे पहले हमारी भूख मर जाती है या कम हो जाती है।

        दोस्तों अब बात समझ में आ गई होगी क्यों हमें रात्रि का भोजन कम या ना के बराबर करना चाहिए और देर रात को भोजन से बचना चाहिए।

भोजन कैसे करें?- (Bhojan Kaise Kate)

Image-Bhojan-Kaise-Kare

 

         दोस्तों अब बात आती है भोजन कैसे करें, भोजन कैसे करें से तात्पर्य  भोजन करने का सही तरीका से है दोस्तों यदि हमें भोजन करने का सही तरीका पता हो तो हम आने वाली कई बीमारियों से बच सकते हैं।

1.भोजन जमीन पर बैठकर ही करें-

           भोजन हमेशा जमीन पर ही या पाटे पर बैठ कर, पूरब दिशा की तरफ मुंह करके करना चाहिए या जमीन पर चटाई बिछाकर पलथी मार कर बैठ सकते हैं।

2.भोजन को टच करें -

          भोजन करने का सही तरीका में अगली इस बात का ख्याल रखें खाना खाते समय भोजन अपने हाथों से ही खाना चाहिए ना की चम्मच से जब हम भोजन को छूते हैं तो हमारा हाथ भोजन के स्पर्श को महसूस कर स्वाद लेता है। हमारी आंखें हमारे ओठ हमारी जीभ यह सभी भोजन के स्वाद को महसूस करते हैं और हमारी नाक भी भोजन की गंध को महसूस करती है जिससे हमारे Digestive enzymes और लार पहले से तैयार हो जाते हैं उसको डाइजेस्ट करने के लिए जिसका हमारे स्वास्थ्य पर अनुकूल असर दिखाई पड़ता है।

3.कृतज्ञ भाव से भोजन करें-

           जब भोजन की थाली हमारे सामने आ जाए तो तुरंत उस पर टूट नहीं पढ़ना चाहिए बल्कि थोड़ी देर भोजन को आदर की दृष्टि से एक नजर देखने के बाद, हाथ जोड़कर उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहिए, जिनकी वजह से भोजन हमारी थाली तक पहुंचा है जैसे उस किसान को जिसने अन्य का उत्पादन किया, उस रसोइए को जिसने भोजन को पकाया और उस परमपिता परमात्मा को जिसने सृष्टि का निर्माण किया।

          ऐसा करने  से भौतिक रूप से कई सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं जैसे आप भोजन का आदर करना सीख जाते हैं और भोजन का अपव्यय भी नहीं करते हैं और ना ही दोहन करेंगे।

         कृतज्ञता भाव से भोजन करने से मानसिक रूप से बहुत ही लाभ मिलता है भोजन जो है ना शरीर का अभिन्न हिस्सा बनने से पहले कृतज्ञता या आभार अभिव्यक्त करने से शरीर उसको आसानी से स्वीकार कर लेता है ऐसी स्थिति में भोजन हमारे लिए दवा की तरह काम करता है।

4.भोजन को खूब चबा- चबाकर खाएं-

             भोजन करने का सही तरीका में इस बात का ध्यान रखें भोजन जब भी करें उसे खूब चबा चबाकर खाएं और भोजन को कम से कम 32 बार जरूर चलाएं , यदि आप ऐसा करते हैं तो मुंह में ही लार अच्छे से भोजन में मिल जाती है और डाइजेशन क्रिया मुख से ही स्टार्ट हो जाती है इस तरह से आप डाइजेशन क्रिया में हेल्प कर सकते हैं।

5.भोजन करते समय ज्यादा पानी न पिए-

        भोजन करने का सही तरीका टॉपिक में इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि भोजन जब भी करें उसके 40 मिनट पहले ही पानी पी लें और भोजन करने के 40 मिनट बाद ही पानी पिए बीच में यदि बहुत जरूरी हो तभी एक से दो घूंट पानी पी लेना चाहिए, यह सुनने में थोड़ा आश्चर्यजनक लगता है परंतु यह प्रैक्टिकली संभव है। यदि आप इस नियम का पालन करते हैं तो सैकड़ों बीमारियों से बच सकते हैं ।

           “यह स्वस्थ रहने का सबसे बड़ा रहस्य भी है।”

6.भोजन करते समय दो काम एक साथ ना करें-

           अक्सर देखने को मिलता है इस भागमभाग जिंदगी में लोग भोजन के साथ – साथ अन्य काम भी करते हैं जैसे टीवी देखना, मोबाइल देखना, मोबाइल पर बात करना, पेपर पढ़ना इत्यादि , यह बहुत ही गलत आदत है इससे स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। जब हम भोजन के साथ साथ दूसरा कार्य करते हैं तब हमारे Digestive enzymes  कम निकलते हैं यह हमारे मन से संचालित होते हैं और मन का केंद्र Pineal gland से होता है। भोजन करने का सही तरीका में इस बात का ध्यान रखें तो आने वाली कई बीमारियों से बचा जा सकता है।.

कौन सा भोजन करें-(Kaun Sa Bhojan Kare)

Image-Kaun-Sa-Bhojan-Kare

          भोजन करने का सही तरीका में अगली इस बात का विशेष ख्याल रखें कि कौन सा भोजन करना चाहिए। अपने पेट में यूं ही कुछ भी नहीं डाल लेना चाहिए।

        आजकल लोग खाने से पहले इस बात का विचार ही नहीं करते क्या यह भोजन हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से हमारे लिए बेहतर है या नहीं कुछ भी पेट में या मुंह में डाल लेते हैं जैसे फास्ट फूड ,कोल्ड ड्रिंक ,बर्गर ,पिज़्ज़ा, चाउमीन, डोसा, चाट, समोसा इत्यादि।

        यह सभी हमारा पेट तो भर देते हैं परंतु इनमें पर्याप्त जरूरी पोषक तत्वों की कमी होती है और जो इनको बनाते समय डाले जाते हैं रासायनिक तत्व मैदा एवं तेल वह हमारे सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते हैं।

1. पेट की संतुष्टि से ज्यादा जरूरी है मन की संतुष्टि-

           यह बात बिल्कुल सत्य है क्योंकि हमारा मन खास तरह के हार्मोन से संचालित होता है जोकि Pineal gland से निकलते हैं भोजन से मन की संतुष्टि ही ना हो पाने की स्थिति में हम कई तरह के मानसिक अवसाद Depression Schizophrenia जैसी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।

        और भोजन से मन की संतुष्टि न हो पाने से हमारा शरीर उस भोजन को स्वीकार भी नहीं करता है परिणाम स्वरूप कई बार तो यह भोजन उल्टी के रूप में शरीर से बाहर हो जाता है या फिर शरीर में वह पर्याप्त काम भी नहीं करता है।

       इसीलिए भोजन करने का सही तरीका में इस बात का विशेष ख्याल रखें भोजन करते समय भोजन आपकी रूचि का हो तो अच्छा है, परंतु कई बार विरोधाभास देखने को मिलता है कि जो हमें पसंद होता है वह हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से हितकर नहीं होता है।

         इस समस्या का समाधान भी है अपनी रुचि अपने मन को समय-समय पर ज्ञान यानी Knowledge  से अपडेट रखें। जिससे हमारे मन को इस बात का एहसास हो जाएगा कि हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से हमारे लिए क्या बेहतर है।

       हमारा मन यदि अपडेटेड है तो वह खाने से पहले इस बात का जरूर विचार करेगा कि इस भोजन में हमारे लिए पर्याप्त पोषक तत्व प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, मिनरल्स मौजूद है या नहीं ,या फिर यह भोजन हमारे सेहत के लिए हितकर है या नहीं।

      दोस्तों उम्मीद करता हूं भोजन करने का सही तरीका लेख आपको पसंद आ रहा होगा कृपया पूरा लेख पढ़ें-

    यह लेख भी पढ़ें-

2.मौसम के अनुसार ही भोजन करें-

      भोजन करने का सही तरीका में इस बात का विशेष रूप से ख्याल रखें कि मौसम के अनुसार ही भोजन करें क्योंकि हमारा जलवायु और हमारी ऋतुओ का तथा मौसम का हमारे स्वास्थ्य से गहरा रिश्ता होता है और हम इससे प्रभावित होते हैं। इसीलिए इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

         हमें अपने आसपास यानी लोकल एरिया में जो फल फ्रूट, सब्जी़, दालें, अनाज उत्पादित होती है उसी को अपने भोजन थाली में शामिल करें यह हमारे स्वास्थ्य के लिए उत्तम और अनुकूल होता है।

भोजन करने के बाद क्या करें?- (Bhojan Karne ke Bad Kya Kare)

Image-Bhojan-Karne-Ka-Sahi-Tareeka

 

भोजन करने का सही तरीका में इस बात का भी ख्याल रखें भोजन करने के बाद क्या हमें करना चाहिए।

  • भोजन करने के बाद तुरंत आराम नहीं करना चाहिए बल्कि 300 से 500 मीटर जरूर टहलना चाहिए।
  • दोपहर को भोजन करने के बाद 20 मिनट के लिए आराम जरूर करें।
  • और लेटते  समय थोड़ी देर बाई करवट जरूर लेटना चाहिए इससे डाइजेशन क्रिया में सहयोग होता है।
  • भोजन के पश्चात वज्रासन में 5 मिनट बैठने से पाचन अच्छा होता है।
  • भोजन करने के बाद दोबारा भोजन कम से कम 6 घंटे बाद ही लें।

.

भोजन के पश्चात किन बातों का परहेज करें-(Bhojan ke Paschat kin Bato ka Parhej Kare)

            भोजन करने का सही तरीका में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भोजन के पश्चात किन बातों का परहेज हमें करना चाहिए।

  • भोजन के पश्चात चाय कभी भी ना पिए।
  • भोजन के पश्चात भारी एक्सरसाइज से बचें।
  • भोजन के पश्चात डांस करना, दौड़ना, घुड़सवारी करना, भारी बोझा उठाना और लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहना से बचना चाहिए।
  • भोजन के तुरंत बाद पानी ना पिए खासतौर से ठंडा पानी पीने से परहेज करें पानी 40 मिनट बाद ही पिए।
  • एक बार भोजन करने के बाद बार-बार कुछ न कुछ खाते रहना से परहेज करें। जब तेज भूख लगी तब ही दोबारा भोजन करें।

भोजन में दो विरोधी आहार (Contra indication) से बचें-

          99% लोग नहीं जानते भोजन करने का सही तरीका इसीलिए यह बताना मैं जरूरी समझता हूं कि भोजन के साथ दो परस्पर विरोधी प्रकृति यानी Nature के आहार को एक साथ सेवन से बचना चाहिए अन्यथा इसके बहुत ही गंभीर परिणाम सेहत पर देखने को मिलते हैं जो निम्न है-

  • दूध के साथ- दही, कटहल, नमक, खट्टे फल,  मूली व मछली आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • दही के साथ- दूध, पनीर, खीरा या किसी भी तरह के गर्म पदार्थ का सेवन न करें।
  • घी और शहद को बराबर मात्रा में कभी भी न सेवन करें।
  • शहद को गर्म करके नहीं खाना चाहिए और ना ही गर्म चीज में मिलाकर खाएं।
  • प्याज के साथ दूध ना खाएं।
  • काले उड़द की दाल व दही साथ में ना खाएं।
  • दही- नमक के साथ खाने से बचें।

निष्कर्ष-(Conclusion)

        इस लेख भोजन करने का सही तरीका में आपने क्या सीखा, भोजन कब करें, भोजन सही समय पर करें, भोजन कैसे करें, कौन सा भोजन करें, पेट की संतुष्टि से ज्यादा जरूरी है मन की संतुष्टि और मौसम के अनुसार ही भोजन करें तथा भोजन में दो विरोधी आहार से बचें इन सभी टॉपिक पर विस्तृत प्रकाश डाला है।

          उम्मीद करता हूं यह लेख 99% लोग नहीं जानते भोजन करने का सही तरीका आपको पसंद आया होगा और वैल्यू मिली होगी अगर आप इस लेख या हेल्थ से संबंधित कोई समस्या है जो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

                                              लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।।

दोस्तों यदि आप डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हो या सोसल मीडिया एक्सपर्ट बनना चाहते हो या Youtuber  बनना चाहते या ब्लॉग्गिंग करना चाहते हो तो एक फ्री कोर्स है सुनीति नाम का जिसकी वैल्यू मार्किट में 4999 /- रूपये है यह आप के लिए बिलकुल फ्री है ,इस लिंक पर जाये – FREE Digital Morketing Course SUNEETI

या फिर लाइव वेबिनार ज्वाइन करे

2 thoughts on “99 % लोग नहीं जानते, भोजन करने का सही तरीका”

  1. Pingback: गर्म पानी पीने के प्रमुख फायदे {Top 10 Benefits of Drinking Hot Water} - SWASTH BHARAT ABHIYAN

  2. Pingback: स्वस्थ रहने के रहस्य {5-Secrets of Healthy Life} - SWASTH BHARAT ABHIYAN

Comments are closed.